गोपेश्वर (चमोली)। सिंचाई सलाहकार समिति उपाध्यक्ष ऋषि कंडवाल ने गुरूवार को चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर पहुंचकर अधिकारियों के साथ जल निकासी के लिए बने सात नालों का स्थलीय निरीक्षण कर बरसात से पूर्व नालों के मरम्मत किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने आईआईटी रूडकी से जल निकासी नालों का सर्वे कर आंगणन तैयार करने के लिए भी विभागीय अधिकारियों से कहा।

उपाध्यक्ष कंडवाल के गोपेश्वर पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट ने बताया कि एक लंबे समय से जिला मुख्यालय गोपेश्वर भू-धंसाव और भू-कटाव से जुझ रहा है। वर्ष 2003 से 2005 तक गोपेश्वर शहर के जल निकास के लिए सात नालों का निर्माण किया गया था लेकिमन नगर में लोगों की आबादी बढ़ने और विस्तार होने से पूर्व में निर्मित जल निकास नालों की मरमत न होने के कारण नलों से गंदे पानी का रिसाव लोगों के घरों में जा रहा है। यही नहीं इससे कई स्थानों पर भू-काटाव और भू-धंसाव के कारण स्थानीय लोगों जिसमें पापड़ियाणा, बैतरणी, बंज्याणी, पाडुली, कोठियाल सैण, बुराली,ग्वीलो के लोगों को भारी परेशानी हो रही है। बरसात का मौसम चल रहा है लोग डरे सहमें हुए है।

इस पर कंडवाल ने कोठियालसैण स्थित सिंचाई  विभाग के कार्यालय में विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बैठक लेते हुए कहा कि योजनाओं के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ  समय से पूर्ण हों इस पर बल दिया जाए।  उन्होंने कहा कि योजनाओं के निर्माण के लिए सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ जिला मुख्यालय गोपेश्वर के सभी नालों का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को तत्काल आईआईटी रुड़की से पूरे गोपेश्वर शहर के जल निकास की गहन तरीके से सर्वे करने और उसके आधार पर विस्तृत आंगणन तैयार कर शासन में भेजे को कहा।

इस अवसर परअधिसाशी अभियंता अरविंद सिंह नेगी, सहायक अभियंता मनोज सिंह, सहायक अभियंता हरेन्द्र सिह, सिकंदर कुमार, अमित घिल्डियाल, धीरज कुमार, अवर अभियंता मनीष सिंह, ओम प्रकाश आदि मौजूद रहे।

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