हाँ. मैंने भारत को सेंवरते देखा बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति द्वारा 10 दिसम्बर को रुद्रपुर के नगर निगम में आयोजित हुआ काव्य का महाकुंभ कवि सम्मेलन आयोजन में उपस्थित रहे देश भर के सैकड़ों कलमकार। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के माध्यम से संस्था के संस्थापक बादल बाजपुरी एवं संरक्षक पंकज शर्मा एवं विशिष्ठ अतियि विकास पांडेय ने किया

चमोली उत्तराखंड से आई कवियत्री संगीता बिष्ट “कौमुदी” जी ने कहा-

“पुराने संस्कारों में नए समाज को जुड़ते देखा घोर कठिनाइयों के बीच में आज परंपराओं का समावेश देखा हॉ मैंने भारत को बदलते देखा।”

देश के प्रति अपने प्रेम को उजागर करने के साथ साथ उन्होंने आज के युवा वर्ग को भी अपनी कविता के माध्यम से सोचने के लिए प्रेरित करते हुए कहा

सोचो की देश को सौंचने में कितनी कुर्बानियों लगी सोचो की कितनी माँओ की गोदी है आज सूनी “

इसके साथ ही चमोली उत्तराखंड से कार्यक्रम में उपस्थित हुई कवयित्री संगीला चिष्ट कौमुदी जी की पुस्तक ‘कौमुदी काव्याजलि एकल काव्य संग्रह का भी विमोचन किया गया तथा देवनागरी सम्मान से सम्मानित किया गया।

प्रतिभागियों के रूप में अंजू शर्मा मथुरा, अक्षिता रावत कर्नप्रयाग, सुरभि खनेड़ा चमोली, मनोज देवदत आगरा व

रिंकू निगम दिल्ली, राशिद गाजीपुरी, नवीन आर्या आगरा, गुजन शमी अनामिका चौकसे, हसन तुकबंदी हरीश समी

यमदूत नीरज कुमार, ललित मोहन जोशी, अंकुर, जानेंद्र शर्मा जितेंद्र कमल आनंद, सुबोध शर्मा हरीश भदोरिया जी

के साथ ही अन्य भी कवि मौजूद रहे जिन्होंने अपने अपने काव्य पाठ से खूब तालियां बटोरी।

एडी चैमेट

दिवाली

स्थापित करना

बुलंदी संस्था ने इससे पहले अक्टूबर 2022 में उत्तराखंड का सबसे बड़ा धरातलीय कार्यक्रम उत्तराखंड काव्य महोत्सव रुद्रपुर शहर में आयोजित करवाया था जिसमें देश भर से आए 300 कलमकार ने काव्य पाठ किया था बुलंदी ने वर्ष 2021 और 2022 में 207 घंटे और 400 घंटे अनवरत वर्चुअल कवि सम्मेलन आयोजित करवाकर दो बार विश्व वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुकी है जिससे इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया, बुलंदी संस्था उत्तराखंड के बाजपुर से संचालित होती हैं, जिसका उद्देश्य नवोदित कलाकारों को मंच प्रदान करना है और इसके लिए संस्था निस्वार्थ भाव से कार्य कर रही हैं।

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