गोपेश्वर (चमोली)। वनाग्नि की रोकथाम के लिए वन पंचायत सरपंचों के साथ ही वन कर्मियों को केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग की ओर से बुधवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के बारे में जानकारी देते हुए प्रभागीय वनाधिकारी केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग इंद्र सिंह नेगी ने बताया कि फायर सीजन के दौरान वनों को आग से बचाने के लिए वन पंचायत सरपंचों के साथ ही वन कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाना आवश्यक है ताकि वनों में आग लगने के दौरान सुरक्षा का भी ध्यान रखा जा सके। उन्होंने कहा कि अमूमन देखने में आता है कि लोग वनों को आग से बचाने का प्रयास करते हुए स्वयं की जान भी जोखिम में डाल देते है। इसलिए आवश्यक है कि वनों को आग से बचाने के साथ ही स्वयं की सुरक्षा भी की जाए इसके लिए प्रशिक्षित होना जरूरी है। वन विभाग की ओर से इसी को ध्यान में रखते हुए वन पंचायत सरपंचों और वन कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वन भी बचे और लोगों की जान भी जोखिम में न पड़े। इस मौके पर प्रशिक्षक पूर्व डीएफओ भरत सिंह, वन क्षेत्राधिकारी पंकज ध्यानी, डीएस खाती, नागेंद्र सिंह, नवल किशोर नेगी, प्रतीक गौड़ सरपंच धर्मेंद्र सैलानी, प्रधान लक्ष्मण कनवासी, हर्षवर्धन नेगी, सुनील नाथन बिष्ट आदि मौजूद थे।