गोपेश्वर (चमोली)। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जनजातीय गौरव दिवस धूमधाम से मनाया गया। प्राचार्य प्रो. राम अवतार सिंह, समाजसेवी धीरेन्द्र सिंह गरोड़िया तथा दीवान सिंह रावत ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्राचार्य ने जनजातीय समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, इतिहास और राष्ट्र के विकास में उनके अद्वितीय योगदान पर प्रकाश डालते हुए जनजातीय गौरव दिवस के महत्व को बताया। कहा कि इस दिवस का उद्देश्य जनजातीय समाज की कला, संस्कृति, संघर्ष और उपलब्धियों के प्रति जन-जागरूकता फैलाना और समाज को उनके निरंतर योगदान से अवगत कराना है। कार्यक्रम में छात्राओं ने जौनसारी लोकनृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोहा। बतौर मुख्य अतिथि धीरेन्द्र सिंह गरोड़िया ने जनजातीय समाज की महत्ता, उनके संघर्ष, प्रकृति संरक्षण में उनकी भूमिका तथा चिपको आंदोलन में उनके उल्लेखनीय योगदान को रेखाकिंत किया। उन्होंने भारत-तिब्बत व्यापार में जनजातीय समुदाय की भागीदारी तथा स्वतंत्रता आंदोलन में उनके साहसिक योगदान पर भी विस्तार से चर्चा की।
भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता में छात्रों ने जनजातीय समाज से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार प्रभावी रूप से प्रस्तुत किए। भाषण प्रतियोगिता में निधि ने प्रथम, हिमानी मैखुरी ने द्वितीय तथा अस्मिता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। निबंध प्रतियोगिता में आंचल ने प्रथम, हर्षिता सेमवाल ने द्वितीय एवं मोनिका कांडपाल ने तृतीय स्थान हासिल किया। डॉ. चंद्रमोहन जनस्वाँण के संचालन में हुए कार्यक्रम में डॉ. दीप सिंह, डॉ. पूनम एवं डॉ. स्वाति सुन्दरियाल मौजूद रहे। इस अवसर पर प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए गए।

