गोपेश्वर (चमोली)। विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले चमोली जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारी कर रहे कई दावेदारों की उम्मीदों पर पानी भी फिरा है। इसकी एक वजह आरक्षण को लेकर जिले दर्ज की गई। आपत्तियों का निस्तारण और इसमें कोई फेर बदल न होने से दावेदारों को यह मायूसी मिली है। फिलवक्त प्रशासन की ओर से आरक्षण को लेकर गठित की गई समिति की ओर से अंतिम सूची जारी करने के बाद यह स्थिति सामने आई है।
चमोली जिले में कुछ दिन पूर्व ही त्रिस्तरीय चुनाव के लिए आरक्षण की सूची जारी करने के बाद जिला प्रशासन की ओर से आरक्षण को लेकर आपत्तियां मांगी गई थी। जिसमें 15 जून तक जनपद में विभिन्न पदों के लिए 348 आपत्तियां प्राप्त हुई। जिसमें ग्राम प्रधान पद के लिए 188, क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए 97, जिला पंचायत सदस्य के लिए 37 तथा क्षेत्र प्रमुख पद के लिए 26 आपत्तियां दर्ज की गई। इन आपत्तियों का निस्तारण गठित समिति द्वारा 16 व 17 जून निस्तारण करने के बाद 18 जून को जिलाधिकारी की ओर से आरक्षण का अंतिम प्रकाशन करने की सूची जारी की गई। जिसमें सभी आपत्तियों को रद्द कर दिया गया तो त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर आरक्षण की स्थिति भी साफ हो गई। इस सबके बीच कई ऐसे दावेदार भी है। जो पिछले लंबे समय से कोई ग्राम प्रधान, तो कोई क्षेत्र पंचायत सदस्य, प्रमुख के अलावा जिला पंचायत सदस्य की तैयारी में मसगुल भी दिखे। ऐसे में पंचायत चुनाव में आरक्षण की अंतिम सूची जारी होने के बाद चुनाव लड़ने वाले ऐसे उम्मीदवारों की उम्मीदों पर भी पानी भी फिरा।