• भाजपाईयो ने काले झण्डे दिखाकर व नारेबाजी कर किया मेघा पाटेकर का विरोध

जोशीमठ  (चमोली)। नर्बदा बचाओं आंदोलन के नेत्री मेघा पाटेकर ने कहा कि जोशीमठ भूधंसाव प्रभाविताके को बचाना है तो उनकी जरूरतों को हर हाल मे पूरा करना होगा। उन्होने कहा कि प्रकृति जीवन का आधार है, प्रकृति और पर्यावरण का रौंद कर विनाशकारी परियोजनाओं को रोकना होगा।
नर्वदा बचाओं आंदोलन की नेत्री मेघा पाटेकर यहां सीमान्त नगर जोशीमठ के भू धंसाव पीडितों के दुख-दर्दको समझने और जोशीमठ बचाओं संघर्ष समिति के आंदोलन को समर्थन देने के लिए जोशीमठ पंहुची थी। उन्होने तहसील प्रांगण में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जहां-जहां भी महिलांए संघर्ष मे कूदी वहां हर हाल मे आंदोलन सफल हुए है, उनका कहना था कि सत्य कभी हारता नही पराजित नही होता। सीमान्त नगर जोशीमठ के प्रभातिव नागरिक सुरक्षा की तो मांग कर रहे है और यह सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है कि नागरिकों को बचाने के लिए कार्य करे। उन्होने कहा कि जोशीमठ भूधंसाव आपदा के बाद सब कुछ ठीक हो गया तो लोगो को आंदोलन के लिए बाध्य क्यों होना पड रहा है।
मेघा पाटेकर ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण बचाने के लिए चंडी प्रसाद भट्ट और सुन्दर लाल बहुगुणा ने भी तो संघर्ष किया, और वो भी यही तो कह रहे है कि सडक निर्माण हो रहा है तो उस का मलबा नदी मे न डाला जाय, अंधाधुध पेडों का कटान नहीं किया जाय, बडी परियोजनाओं का निर्माण रोका जाय। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी की सुरंग मे सैकडो लोग मौत के मुंह मे समा गए, जब सवाल उठे तो तभी सच्चाई समाने आई। उन्होने ने कहा कि वे न डरेगें और न डराएंगे आगे बढते जाऐगे, और जोशीमठ भूंधसाव प्रभावित पीडितो को उनका हक दिलाने तक संघर्ष करते रहेंगे।
सभा को संबोधित करते हुए जोशीमठ बचाओं संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती ने कहा कि जिन लोगों को पीडितो की आवाज बनकर शासन के सामने रखना था, वो लोग मेघा पाटेकर और पीडित जनता के विरोध मे उतर आएं है, यह सत्तापक्ष के लिए कतई शोभनीय नहीं है। उन्होने कहा कि हांलाकि सत्तापक्ष के विरोध से मेघा पाटेकर और आंदोलन का और बल मिला है। उन्होंने कहा कि भू धंसाव पीडितो को मुवावजा मिल रहा है, कुछ को नही मिला वो भी मिल जाऐगा, लेकिन सरकार ने वैज्ञानिको की रिपोर्ट का सार्वंजनिक किए बिना हेलग-मारवाडी वाईपास निर्माण का निर्णय आखिर कैसे ले लिया यह समझ से परे है। उन्होने जोर देकर कहा कि सरकार को यथा शीध्र जोशीमठ की अध्ययन रिपोर्ट सार्वजनिक करनी होगी, अन्यथा जोशीमठ को बबार्द करने वाले वाईपास और एनटीपीसी की परियोजना का पुरजोर विरोध किया जाऐगा। इस सभा को हिमालय बचाओं आंदोलन के समीर रतूडी, युवा नेता प्रकाश नेगी, रोहित परमार, पुष्पा देवी, लक्ष्मी देवी आदि ने संबोधित किया।

 


मेघा पाटेकर का भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया विरोध, दिखाये काले झंडे

भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओ ने मेघा पाटेकर का जोशीमठ पंहचने पर विरोध किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने काले झण्डे दिखाते हुए नारेबाजी कर मेघा पाटेकर वापस जाओ के नारे लगाए। भाजपा कार्यकर्ता विरोध करते हुए सभा स्थल की ओर आने लगे तो वहां खड़ी पुलिस ने उन्हें रोक दिया, जिस पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने वहीं पर बैठक कर नारेबाजी और प्रदर्शन करते रहे।
भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि जोशाीमठ का व्यवसाय पूरी तरह चैपट हो गया है, यात्री जोशीमठ मे रूकने का तैयार नही है, ऐसा डर का माहौल तैयार किया जा रहा है कि जोशीमठ की आर्थिक गतिविधि पूरी तरह से ठप्प हो जाए। इसलिए कार्यकर्ताओ का विरोध के लिए उतरना पडा। मेघा पाटेकर का विरोध करने वालों मे नगर भाजपा अध्यक्ष नितेश चैहान, जिलामंत्री लक्ष्मण फरकिया, पालिका सभासद नितिन ब्यास, पूर्व पालिकाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, नगर महामंत्री अंशुल भुजवाणं, ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष विजय कपरूवाण, सुभाष डिमरी, सौरभ राणा, सिद्धार्थ नंबूरी, शुभम रावत, गुडडू लाल, राकेश किमोली, मंडल महामंत्री प्रदीप फरस्वांण आदि शामिल थे।

 

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