गोपीनाथ मंदिर में झुकाव होने की, की गई थी शिकायत
गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर में हो रहे झुकाव को लेकर मंदिर के पुजारी और स्थानीय लोगों ने पुरातत्व विभाग से लेकर प्रशासन तक सूचना के बाद पुरातत्व विभाग के अधिकारी रविवार को गोपेश्वर पहुंचे और मंदिर का स्थलीय निरीक्षण कर मंदिर को सुरक्षित बताया।
गौरतलब है कि गोपीनाथ मंदिर के दक्षिण भाग में हो रहे झुकाव को लेकर गोपेश्वरवासियों ने बीते बुधवार पांच जुलाई को एक ज्ञापन जिलाधिकारी चमोली को सौंपते हुए इसके संरक्षण को लेकर पुरातत्वविदों की देखरेख में जांच किये जाने की मांग की थी। गोपेश्वर गांव निवासी हरीश भट्ट, संजय कुमार, दीपक भट्ट, मनीष नेगी, सुधीर तिवारी आदि का कहना था कि गोपीनाथ मंदिर के गुंबद आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने से मंदिर के दक्षिण भाग में झुकाव आ गया जिससे निकट भविष्य में खतरे की संभावना बनी हुई है। साथ मंदिर के गर्भगृह में देवस्नान और जलाभिषेक के रूप में उपयोग में लाये जाने वाले जल की निकासी बाधित होने के कारण शिवलिंग और जलेरी पर भूधंसाव होने जलेरी अपने मूल स्थान से नीचे की ओर धंस रही है। उनका यह भी कहना है कि पुरातत्व विभाग की ओर से जो भी अनुरक्षण और नव निर्माण कराये जा रहे है वह कार्य पुरातत्व विदो की देखरेख में नहीं करवाये जाते है। जिससे इन कार्यों में काफी खामियां देखने को मिल रही है। उनका यह भी आरोप है कि पूर्व में नमामि गंगे परियोजना के तहत गोपेश्वर मंदिर परिसर से वैतरीण मार्ग तक सीवर लाईन बिछायी गई थी जो मानको पर सही न होने के कारण सीवरेज के पानी रिसाव मंदिर परिसर में हो रहा है। जिसका प्रभाव मंदिर के गर्भगृह तक देखा जा रहा है। साथ ही प्रशासन से मांग की थी कि इसका पुरातत्व विभाग से सर्वे करवाया जाए।
रविवार को पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने यहां पहुंच कर स्थानीय लोगों से मुलाकात की। और मंदिर को लेकर जो भी शंका पैदा हो रही है उसके निराकरण का आश्वासन दिया।
पुरातत्व विभाग के मंडल निदेशक निदेशक मनोज कुमार सक्सेना ने कहा कि स्थानीय पुजारियों की ओर से मंदिर के क्षति होने और मंदिर में पानी के टहराव को लेकर जो बातें कही गई हैं उनका स्थलीय निरीक्षण किया गया है और तकनीकी रूप को ध्यान में रखते हुए मंदिर को सुरक्षित रखा जाएगा और इसके संरक्षण के लिए पुरातत्व विभाग पूरी गंभीरता के साथ काम करेगा। इस मौके पर मुख्य पुजारी हरीश भट्ट, मनीष नेगी, उमेश भट्ट, महादेव भट्ट आदि मौजूद थे।