चमोली। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने अधिकारियों की टीम के साथ घेस-बगजी-नागड़  ट्रैक  पर करीब 16 किलोमीटर पैदल ट्रैकिंग करते हुए पर्यटक सुविधाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान बगजी ट्रैक को विकसित करने और पर्यटकों को इस ट्रैक पर आकर्षित करने को लेकर मंथन किया गया।

जिलाधिकारी ने पर्यटन एवं वन विभाग को निर्देशित किया कि हर्बल गांव घेस से शुरू होने वाले बगजी बुग्याल ट्रैक पर मूलभूत सुविधाओं के विकास सहित ट्रैक मार्ग का शीघ्र सुधारीकरण किया जाए। ट्रैक मार्ग पर कैंपिंग ग्राउंड एवं प्लास्टिक वेस्ट की सफाई के लिए भी समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। घेस गांव में शिविर लगाकर अधिक से अधिक स्थानीय लोगों को होम स्टे योजना से जोडा जाए। पर्यटकों को गाइड करने के लिए स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाए। इससे यहॉ आने वाले पर्यटकों को नैसर्गिक सौन्दर्य देखने और समझने के साथ लोकल व्यंजनों का स्वाद मिलेगा और स्थानीय लोगों को स्वरोजगार मिलेगा। ट्रैक मार्ग के निरीक्षण के दौरान देवाल ब्लाक प्रमुख दर्शन दानू, डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे, जिला पर्यटन विकास अधिकारी एसएस राणा, डीएसटीओ विनय जोशी, तहसीलदार प्रदीप नेगी, आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी आदि मौजूद थे।

गौरतलब है कि घेस घाटी अपनी नैसर्गिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। इस इलाके में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। घेस से बगजी बुगयाल तक करीब 8 किलोमीटर पैदल ट्रैक है। बगजी बुग्याल 4 किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला एक खूबसूरत मैदानी क्षेत्र है। जो समुद्रतल से करीब 12 हजार फीट की ऊॅचाई पर स्थित है। बगजी बुग्याल के निकट नन्दा देवी, त्रिशूल एवं चौखम्बा हिम पर्वत स्थित है। बगजी बुग्याल चमोली का वो अनछुआ इलाका है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते है। मगर बगजी बुग्याल ट्रैक पर आने वाला फिर एक बार इस बुग्याल की तरफ खिंचा चला आता है। छोटी छोटी मखमली घास वाले इस बुग्याल में प्रकृति का खूबसूरत नजारा देखते ही बनाता है। जिलाधिकारी समेत अफसरों की टीम द्वारा इस ट्रैक पर ट्रैकिंग करने से यहॉ पर पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीदें जग गई है।

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