गैरसैण (चमोली)। गैरसैण से देहरादून वापसी से ठीक पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को विरोध का सामना करना पड़ा। यहां युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष ने सीएम के काफिले के सामने आकर हाथों में काला झंडा लेकर विरोध में नारे बाजी शुरू कर दी। आनन-फानन में पुलिस ने प्रदर्शनकारी को पकड़ कर एक होटल में ले गये। जहां पर अन्य कार्यकर्ताओं ने आकर विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी।
गैरसैण में स्थित मुख्य तिराहे पर हाथों में गुलदस्ता लिए भाजपा कार्यकर्ता सीएम के स्वागत के लिए खडे थे। इस बीच मुख्यमंत्री का काफिला रुक गया और सीएम कार्यकर्ताओं से मिलने ज्यों ही वाहन से निचे उतरने लगे कि युवा कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन भंडारी नारेबाजी के साथ हाथों में काला कपड़ा लहराते सीएम की कार के सामने उस गया। एकाएक घटे इस घटना क्रम से पुलिस सकते में आ गईं और फुर्ती से मोहन भंडारी को पकड़ कर होटल के अंदर ले गए। इस बीच कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष दान सिंह नेगी, एन एस यूआई नेत्री दिव्या रावत, एश्वर्या , पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष कुंवर सिंह बिष्ट, मोहन राम टम्टा, हरेंद्र कंडारी, दीवान राम आदि ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी सुरु कर दी। दूसरी ओर सीएम के स्वागत के लिए खडे भाजपाइयों ने सीएम के पक्ष में जम कर नारे लगाए। सीएम का काफिला सलियाना बेंड हैली पैड को निकल गए, लेकिन दोनों ओर से नारे बाजी होते देख तमाम दुकानदार अपनी दुकानों से बाहर निकल कर तमाशबीन बन भाजपा और कांग्रेस का वाक द्वन्द देखते रहे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पूरे सत्र के दौरान गैरसैण का नाम तक नहीं लिया गया और ना पूर्व घोषणा के अनुरूप 25 हजार करोड़ पर कोई वक्तव्य जारी किया गया। युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष का कहना था कि पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच और अंकिता हत्या कांड को लेकर उन्होंने यह विरोध किया है।