गोपेश्वर (चमोली)। रविवार रात्रि को श्री बदरीनाथ धाम में अलकनंदा नदी के तट पर तप्त कुंड के निकट स्थित पंच शिलाओं में से मुख्य वराह शिला की पूजा-अर्चना की गयी।
उल्लेखनीय है कि भगवान नारायण के चैबीस अवतारों में वराह अवतार भी शामिल है जिन्होंने हिरण्याक्ष नामक दानव का वध किया था। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि प्रत्येक यात्रा वर्ष आश्विन मास संक्रांति को श्री बदरीनाथ धाम में वराह शिला पूजन होता है। बताया कि रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने वराह शिला की पूजा अर्चना तथा अभिषेक किया। सभी के कल्याण की प्रार्थना की। इस अवसर पर धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, नायब रावल अमरनाथ नंबूदरी, प्रभारी दफेदार कुलानंद पंत, विकास सनवाल, नारायण नंबूदरी, दर्शन सिंह आदि मौजूद रहे।
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