गोपेश्वर (चमोली)। अखिल भारतीय किसान सभा जनपद चमोली का 14वां जिला सम्मेलन शनिवार को चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में संपन्न हुआ। जिसमें किसानों के मुद्दों को लेकर व्यापक आंदोलन करने की रणनीति तय की गई।
सम्मेलन का शुभारंभ किसान सभा के जिलाध्यक्ष राजपाल कन्याल ने झंडा फहरा कर किया। सम्मेलन से पूर्व प्रदेश और देश में शहीद हुए किसान मजदूर एवं प्राकृतिक आपदाओं और सेना के शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही शहीद साथियों को श्रद्धाजंलि देते हुए दो मिनट का मौन रखा गया। संगठन के प्रांतीय महामंत्री कॉमरेड गंगाधर नौटियाल ने सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि चमोली किसान सभा का सम्मेलन एक ऐसे दौर में होने जा रहा है जबकि केंद्र और राज्य में बैठी सरकार किसानों और कृषि उत्पादों के बारे में जनविरोधी कदम उठा रही है। और कृषि के क्षेत्र को निजी हाथों में सौंपने की खुली साजिश कर रही है। अंबानी अडानी को खुली लूट की आजादी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों से कहा जा रहा है कि वह अपनी फसल बेचने के लिए स्वतंत्र है, वह कहीं भी अपनी फसल बेच सकते हैं। मंडी व्यवस्था को समाप्त किया जा रहा है और अंबानी और अडानी अपने गोदाम भरने पर लगे हुए, जिससे बाजार के अंदर कृषि उत्पादों का भारी संकट खड़ा हो जाएगा और जनता को महंगे दाम पर कृषि उत्पादन और अनाज मिलेगा। यही नहीं जनता को भुखमरी का सामना करना पड़ जाएगा। उन्होंने आजादी के आंदोलन में किसान मजदूरों के बड़े भारी योगदान और आजादी के बाद एक खुशहाल भारत की जो हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के रणबांकुरे ने जो एक खुशाल भारत की कल्पना की थी उस बारे में विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार की किसान विरोधी मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ एकमात्र विकल्प संगठित होकर संघर्ष करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है। सम्मेलन जिला मंत्री पुरुषोत्तम सती ने विगत वर्षों की रिपोर्ट सम्मेलन में प्रस्तुत की जिस पर जिलेभर से आए प्रतिनिधि बहस में हिस्सा लेकर अपनी बात रखी। बैठक में आगामी वर्षों में किसान जनता के मुद्दों पर आंदोलन व्यापक करने के लिए रणनीति तैयार की गई। सम्मेलन में जिलाध्यक्ष राजपाल कन्याल, भूपाल सिंह रावत, पूनम देवी, मोहन सिंह रावत ने किसानों के मुद्दों को लेकर चर्चा की।