- 20 मई को खुलेंगे हेमकुंड व लोकपाल के कपाट
गोपेश्वर (चमोली)। आगामी 20 मई को हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जायेंगे। जिसके लिए पहला जत्था 17 मई अर्थात बुधवार को पंज प्यारों की अगुवाई में ऋषिकेश से रवाना होगा। हेमकुंड यात्रा मार्ग पर अभी भी सात से आठ फीट तक बर्फ जमी हुई है। जिसे काट कर रास्ता बनाया गया है। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को सुरक्षित यात्रा के लिए संवेदनशील स्थानों पर एसडीआरएफ की टीम को तैनात किया जा रहा है।
वर्तमान समय में उत्तराखंड राज्य में चारधाम यात्रा चल रही है। श्रीकेदारनाथ, श्री बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं की ओर से दर्शन किये जा रहे है। चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं की सहज, सुगम और सुरक्षित यात्रा के लिए एसडीआरएफ की टीमें अनेक संवेदनशील स्थानों पर तैनात है। टीमों की ओर से बुजुर्गों, महिलाओं, असहायों और बच्चों को दर्शन में सहयोग किये जाने के साथ ही अस्वस्थ अथवा किसी कारण चोटिल होने वाले श्रद्धालुओं का प्राथमिक उपचार भी किया जा रहा है।
आगामी 20 मई 2023 से जनपद चमोली में स्थित सिक्खों के पवित्र धाम श्री हेमकुंड साहिब और लोकपाल के कपाट खुलने से यात्रा आरम्भ हो जाएगी। इस यात्रा में भी देश भर से प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन करने यहां आते है साथ ही प्रसिद्ध फूलों की घाटी भी इसी क्षेत्र में होने से पर्यटकों का आवागमन भी अत्यधिक रहता है। उच्च हिमालयी क्षेत्र और खड़ी चढ़ाई होने के कारण श्रद्धालुओं को यहां पैदल पहुचने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।
एसडीआरएफ के जवानों की ओर से श्री हेमकुण्ड साहिब के कपाट खुलने से पूर्व गोविन्दघाट से श्री हेमकुण्ड साहिब तक 18 किलोमीटर पैदल चलकर सम्पूर्ण यात्रा मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया जा चुका है।
श्री हेमकुंड साहिब यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुरक्षा के दृष्टिगत एसडीआरएफ को दो महत्वपूर्ण स्थानों भ्यूंडार और घांघरिया में व्यवस्थापित किया गया है। विगत वर्षों में भी एसडीआरएफ की ओर से यात्रा के दौरान संवेदनशील स्थानों पर तैनात रहकर सुरक्षित यात्रा में सहयोग किया गया था और साथ ही अनेक रेस्क्यू कार्यो से कई श्रद्धालुओं का जीवन सुरक्षित किया था।