व्यापारिक प्रतिष्ठान भी समर्थन में रहे बंद
जोशीमठ(चमोली)। जिले के जोशीमठ नगर मे हो रहे भारी भू- धसाव रोकने को लेकर एक कारगर नीति बनाये जाने की मांग को लेकर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले स्थानीय लोगों ने शनिवार को नगर में जन आक्रोश रैली का आयोजन किया गया। तथा उपजिलाधिकारी जोशीमठ के माध्यम से एक ज्ञापन मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को भेजा गया। विरोध में जोशीमठ के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे। जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
शनिवार को जोशीमठ में नगवासियों की ओर से जनआक्रोश रैली आयोजित की गई जो नगर के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए तहसील परिसर में पहुंची जहां पर एक सभा की गई तथा एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा गया। इस मौके पर बदरीनाथ के विधायक राजेन्द्र भंडारी ने कहा कि जोशीमठ खतरे की जद में है। उन्होंने सरकार से जोशीमठ का विस्थापन और पूर्नवास की व्यवस्था को मुहावजे की व्यवस्था किये जाने की बात की तथा जोशीमठ में मास्टर प्लान तैयार कर उसे अमल में लाना चाहिए। संघर्ष समिति के अध्यक्ष शेलेन्द्र पंवार ने कहा कि विगत एक वर्ष से जोशीमठ का भू धसवा तेजी से बढ़ रहा है। बिना बरसात का के ही भू धसाव हो रहा है। इसके लिए उन्होने एनटीसीपी को जिमेदार मानते हुये कहा कि एनटीपीसी की सुरंग के कारण ही भूधसाव हो रहा है। सरकार को इस मामले पर जानकारी देने के बाद भी शासन प्रशासन मौन है। जल्द कार्रवाई न होने पर अनशन की चेतावनी दी गई। संघर्ष समिति के प्रवक्ता कमल रतूड़ी, ब्लाॅक प्रमुख हरीश परमार, अतुल सती ने कहा कि जोशीमठ के संदर्भ मे हुये विभिन्न वैज्ञानिक भू गर्भीय अध्ययनों और उनकी रिर्पोट का संज्ञान लेते हुये जोशीमठ को बचाने के लिए ठोस नीति बनायी जाए। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में जोशीमठ मे तत्काल सभी प्रकार के निर्माण पर रोक की सिफारीश की गई है। एनटीपीसी को पूर्व में किये गये समझौते के पालन के लिये सरकार निर्देश कर जिसके तहत जोशीमठ के समस्त मकानों का बीमा किया जाना था साथ ही एनटीपीसी के सुरंग को इस भूस्खलन का एक कारक के तौर पर जिमदार मनाते हुये जोशीमठ के लोगों को हुये नुकसान की भरपाई के लिए निर्देश दिए जाए। जोशीमठ के स्थाई करण विस्थापन और पूर्नवास के लिए एक उच्च स्तरीय कमेठी का गठन किया जाय जिसमकी निगरानी में जोशीमठ के अस्थाई करण पूर्नवास के कार्य समय बंध तरिके से किये जाय। जोशीमठ बचाओं संघर्ष समिति को भी इस कमेठी मे ंशामिल किया जाय। उन्होंने भू धसाव के कारण बेघर हो रहे लोगों को तुंरत विस्थापन और पूर्नवास की व्यवस्था की किये जाने के साथ ही उनको बाजार दर पर क्षतिपूर्ति दी पूर्ति दिए जाने की मांग भी की है। इस मौके पर ब्लाॅक प्रमुख हरीश परमार, अतुल सती, कमल रतूडी, समीर डिमरी, नैन सिंह भंडारी, सुभाष डिमरी, भगवती प्रसाद नम्बूरी, हरीश भंडारी, प्रदीप पंवार, भरत सिह कुंवर, आरती उनियाल, कल्पेश्वरी देवी, देवेश्वरी शाह आदि मौजूद थे।