गोपेश्वर (चमोली)। प्रसिद्ध पर्यावरण विद एवं समाजसेवी सचिदानंद भारती को पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए इस साल का प्रसिद्ध केदार सिंह रावत पर्यावरण पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा।
यह सम्मान चिपको आंदोलन के नेता और केदार घाटी के रामपुर-न्यालसू में चले चिपको आंदोलन के नेता रहे केदार सिंह रावत की स्मृति में 2014 से हर वर्ष दिया जाता है। यह पुरुस्कार सीपी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केंद्र चमोली की ओर से हर साल पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों और संगठनों को दिया जाता है।
पुरस्कार चयन समिति के सचिव मंगला कोठियाल ने यह जानकारी देते हुए बताया की पुरस्कार चयन समिति की बैठक में सच्चिदानंद भारती को यह पुरुस्कार दिये जाने का निर्णय लिया गया। सच्चिदानंद भारती पाणी राखो आंदोलन के प्रणेता तथा 1976 से युवाओं को पर्यावरण संरक्षण की मुहिम से जोड़ने और इसके लिए डाल्यों का दगढ्या मंडली के गठन में महत्व पूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही उपरैखाल में सूखी नदियों को पुनर्जीवित करने और कई दशकों से पर्यावरण संरक्षण के कार्यो में संलग्न हैं। पूर्व में यह पुरस्कार प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी तथा सर्वोदयी विचारक सोहन लाल भूभिक्षु सहित पांच अन्य व्यक्तियों को दिया जा चुका है।